Wednesday, July 25, 2018

Turn Back The Clock.........Anti-Aging


There are many different meanings of anti-aging. It is often left undefined. This can be confusing to readers. Anti-aging refers to slowing, preventing and reversing the aging process in the scientific community. To date, there is no proven medical technology that slows or reverses the human aging process. There also currently no available method of determining if anti-aging therapy works.
Anti-aging medicine looks at early detection, prevention and treatment of age-related diseases in the medical and reputable business communities. Different from tackling the aging process itself, there are a wide variety of strategies and therapies available. There is some research that suggests that calorie restriction can lower the risk of suffering a wide variety of age-related conditions.


Anti-Aging जैसा कि नाम से जाहिर है यह अंदरूनी कुदरती एजिंग प्रक्रिया से संबंधित है, जो अनिवार्य है और लगातार होती है। यह हमारे 20 के दशक के मध्य से ही शुरू हो जाती है जब हमारे शरीर की कुदरती पुनर्निर्माण (Regenerative) प्रक्रिया धीमी पड़ने लगती है। त्वचा की पुरानी एपिडर्मल सेल्स नयी सेल्स द्वारा बदलने की गति धीमी हो जाती है कोलेजेन और इलास्टिन की कमी होने से त्वचा में शिथिलता शुरू हो जाती है। कोलेजेन और इलास्टिन, प्रोटीनों के प्रकार हैं जो शरीर की त्वचा और टिश्यूज में पाये जाते हैं। ये त्वचा को मज़बूत बनाये रखने में और लचीलेपन में क्रमशः सहायक होते हैं। ये बदलाव वर्षों तक नजर ही नहीं आते क्योंकि ये बहुत धीमी गति से होते हैं। इन्ट्रिंसिक एजिंग पर जेनेटिक्स और अंदरूनी कारणों जैसे हार्मोन स्तरों का असर पड़ता है।

क्या है एजिंग और इसका उचार
एक्सट्रिंसिक एजिंग या बाहरी कारणों से होने वाली एजिंग, एजिंग की नार्मल प्रक्रिया से जुड़कर हमारी त्वचा पर समय से पहले उम्र का असर दिखाने लगती है। प्री-मेच्योर एजिंग के सबसे कॉमन बाहरी कारणों में शामिल हैं- सन एक्सपोजर (फोटो-एजिंग) और स्मोकिंग। अन्य बाहरी कारणों में हैं बार-बार दोहराए जाने वाले फेशियल एक्सप्रेशंस, स्लीपिंग पोजिशंस और ग्रेविटी।
जैसे-जैसे हम बडे होते हैं, 50 की उम्र के बाद त्वचा में पतलापन आने लगता है और आंखों के आसपास और माथे पर फाइन लाइन्स (फाइन लाइन्स) बनने लगती हैं जो बार-बार दोहराए जाने वाले फेशियल मूवमेंट्स के कारण बनती हैं। त्वचा और मसल्स के बीच फैटी टिश्यूज कम होते जाते हैं (सबक्यूटानियस सपोर्ट) जो उभरे गालों और आंखों के सॉकेट्स के रूप में मौजूद होते हैं और गर्दन तथा हाथों में भी कसावट कम हो जाती है। घटती रक्त वाहिनियों के कारण त्वचा अपनी आभा खो बैठती है। इन बदलावों के अलावा ग्रेविटी अपनी भूमिका निभाती है और त्वचा शिथिल होती जाती है।

Tuesday, July 24, 2018

Five Foods That Will Keep You Full For Longer


Most people know what hunger feels like yet struggle to control it. Another approach to managing appetite is to focus on the flip side of hunger: fullness. It’s all about keeping some food in your stomach as long as possible because when your stomach is empty, biological signals of survival kick in to stimulate hunger. So when fullness is sustained, hunger is reduced — a win-win when it comes to healthy eating.


To silence your grumbling stomach without consuming extra calories, you need to focus on lean protein-rich foods, carbohydrates from whole grains and water-rich fruits and vegetables.

  • Protein is the most satiating and it takes more time for digestion and absorption.
  • Carbohydrates are the next most satiating foods, due to their high fiber content.
  • Fiber adds bulk to the stools and prevents constipation. Plus, it helps fill the stomach and you feel full sooner. Fruits and vegetables that are high in water content usually contain fewer calories. Such foods can also increase satiety.

The more satisfied you feel after a meal, the less you’ll feel hungry before your next meal. This will help prevent you from making poor snack choices.


Monday, July 23, 2018

Health Benefits of Apple Cider Vinegar




The History Behind Apple Cider Vinegar

Long ago, Hippocrates was known to use apple cider vinegar as a health tonic. Since that time, home remedy books and old wives’ tales have all recommended this vinegar as a curative. In 1958, Dr. Jarvis wrote a book about the health benefits offered in apple cider. According to his recommendations, users should mix apple cider vinegar with honey and take a tablespoon a day. By the 1970s, apple cider vinegar had risen in popularity again. After reading his book, proponents created a weight loss plan that’s key ingredient was apple cider vinegar.
सेब ऐसा फल है जो कि हम सब लोग जानते हैं कि हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। सेब हमारी सेहत के लिए और स्वास्थ्य के लिए कारक भी साबित हुआ है। इसलिए बड़े-बुजुर्ग और डॉक्टर भी हमको सेब खाने की सलाह देते हैं।    
सेब का सिरका एक भूरा तरल होता है जो सेबों में खमीर उठने से बनता है। सेब के सिरके में साइनोसाइटिस, बुखार और जुकाम जैसे रोगों और संक्रमणों के उपचार की क्षमता होने के कारण इसका उपयोग हजारों साल से किया जाता रहा है। सेब के सिरके को रोज पीने से पाचन बेहतर होता है और अवसाद, थकावट, गठिया, उच्च रक्तचाप और उच्च कोलेस्ट्राल जैसी गम्भीर बीमारियों से भी निजात पाया जा सकता है। सेब के सिरके का उपयोग हजारों वर्षों से विभिन्न प्रकार की बीमारियों के उपचार के लिये किया जाता रहा है। आधुनिक चिकित्सा के जनक हिप्पोक्रेट्स ने 400 ईसा पूर्व ही ठंड और जुकाम के उपचार हेतु शहद के साथ सेब के रस वाले सिरके के सेवन की सलाह दी थी। तभी से दर्द सहित कई बीमारियों के इलाज हेतु सेब के सिरके का उपयोग जारी है। सेब के सिरके को रोम के लोगों और जापानी सैमुराई लड़ाकों द्वारा स्वास्थ्य, शक्ति और तेजी के लिये उपयोग किया जाता है। तो आइये जानते हैं सेब के सिरके में क्‍या क्‍या गुण छुपे हुए हैं।

सेब का सिरका(ए.सी.वी) वज़न घटाने, हृद्य रोग, त्वचा रोग, बदहज़मी, लिवर डीटॉक्स जैसे अन्य रोगों में अपने अनगिनत फायदों के लिए काफी मांग में रहता है। आइए देखतें है एसीवी का इस्तेमाल और ज़िंदगी को स्वस्थ बनाते हैं।



चिकित्सय सावधानी और एहतियात
  • ज़्यादा लेने की स्थिति- किसी भी चीज़ की अति गलत है और ये बात सेब के सिरके के लिए भी सच है। किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह लेने के बाद सीमित मात्रा में एसीवी लेना ज़्यादा एसीवी लेने से सुरक्षित है। ज़रूरत से ज़्यादा एसीवी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। 
  • प्रेगनेंन्सी और ब्रेस्टफीडिंग के दौरान- अगर आप प्रेगनेंन्ट हैं या ब्रेस्टफीडिंग कर रहे हैं तो उस स्थिति में एसीवी के सुरक्षा मानकों के बारे में ज़्यादा नहीं कहा जा सकता। तो ये बहुत ज़रूरी है कि आप ज़रा सा भी एसीवी लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लें। और अगर उसके बाद भी कोई शंका है तो इसे ना लेकर सुरक्षित रास्ता अपनाना बहतर है।
  • इलाज के दौरान- आप जब भी किसी बिमारी से गुज़र रहे हैं और कुछ दवाएं ले रहे हैं तो एसीवी लेने से जुड़े किसी भी सवाल को अपने डॉक्टर से ज़रूर पूछें। हालांकी एसीवी प्राकृतिक है लेकिन इसका स्वभाव एसिडिक है, तो अगर आप किसी तरह की दवाईयां ले रहे हैं तो एसीवी लेने से पहले किसी स्वास्थ्य विशेषज्ञ की सलाह ज़रूर लें।

Saturday, July 21, 2018

The Warning Signs of Coronary Artery Disease


Heart disease is one of the leading causes of death. Coronary artery disease is one of the heart diseases resulting from the buildup of plaque in the coronary arteries that supply blood to the heart. Living a healthy lifestyle that incorporates good nutrition, weight management, and getting plenty of physical activities can play a big role in avoiding the disease. In addition, knowing the risk factors and symptoms of coronary artery disease can help you detect it early.
कोरोनरी आर्टरी डिजीज को एक आम हार्ट डिजीज माना जाता है। इसे लोग ऐथिरोस्क्लेरोसिस के नाम से भी जानते है। इस बीमारी से लड़ने के लिए आपको सही इलाज और दवाइयों की जरूरत होती है, साथ हीं इस बीमारी के हो जाने पर आपको अपने हार्ट का ख़ास ध्यान रखना पड़ता है।
कोरोनरी आर्टरी डिजीज नाम से ही समझ आता है की यह एक कोरोनरी आर्टरी से जुड़ी समस्या है। इस बीमारी में कुछ वसा की पट्टिका (plaque) ब्लड वेसल्स में जम जाती है जिससे की हार्ट को काफी प्रॉब्लम होती है।
ऐसे में मनुष्य को साँस लेने में समस्या के साथ साथ हार्ट अटैक जैसी समस्या भी हो जाती है। इस समस्या के चलते मनुष्य अपनी जान भी खो सकता है। स्टार्टिंग में जब यह समस्या उत्पन्न होती है तो समझ में नहीं आता है की ऐसा क्यों हो रहा पर धीरे धीरे इसके लक्षण बढ़ते है और फिर बाद में पता चलता है की यह कोरोनरी आर्टरी डिजीज है।
इस लेख में हम आपको बताने जा रहे की कोरोनरी आर्टरी डिजीज के बारे में और उससे जुड़ी अन्य जानकारी जो आपके लिए काफी फ़ायदेमंद होगी। तो इस लेख में पढ़े Coronary Artery Disease 


What causes coronary artery disease?
It is caused when accumulated plaque (cholesterol-containing deposits) narrows your coronary arteries and decrease blood flow to your heart. Eventually, the decreased blood flow may cause chest pain (angina), shortness of breath, or other coronary artery disease signs and symptoms. A complete blockage can cause a heart attack.

Risks factors for coronary artery disease


  1. Diabetes mellitus, hypertension, high-cholesterol, overweight, smoking, lack of physical activity – these factors can be modified by certain lifestyle changes
  2. Older age – degenerative process associated with aging

Warning signs of coronary artery disease

The signs that can be observed are:

  • Chest pain – usually occurs on the middle or left side of the chest
  • You may feel pressure or tightness in your chest, as if someone were standing on your chest
  • Pain in areas other than the chest, such as in the neck, shoulder, or jaw

When to see a doctor

If you have a chest pain during exercise or doing an activity, you should see a doctor immediately.


After the Diagnosis
A diagnosis of CAD can be hard to accept and understand, however, adopting a heart healthy lifestyle can help you control CAD risk factors. For example, physical activity lowers blood pressure and LDL cholesterol level, helps control diabetes, and pre-diabetes, reduces stress, and helps control weight. Lifestyle changes and ongoing care can help you manage the disease.

Why All of Us Should be Using Retinol


If you clicked on this article, then you’re probably asking, what is retinol?  Basically, retinol is a fancy name for Vitamin A.
I know, you probably thought it was a lot more complicated than that. Wrong.
What retinol can do for your skin, however, is much more complex than that. In fact, retinol is one of the best anti-aging ingredients available.
Getting rid of acne, fine lines and wrinkles is a no brainer for most people.  But before you rush to using a retinol, it’s best you understand the basics first.


जवान त्वचा का साथी : रेटिनॉल BEST FRIEND OF SKIN: RETINOL



साथियों आजकल की तनाव भरी और दौड़ती भागती ज़िंदगी ने हमें समय से पहले ही थकाना शुरू कर दिया है और इसके निशान सबसे पहले हमारी त्वचा पर दिखने लगते हैं जिसके नतीजे में बारीक रेखायें, झुर्रियां, रूखी और बेजान त्वचा जैसी समस्यायें हमारी परेशानियों को और बढ़ाने लगती हैं।
अब हम बढ़ती उम्र, व्यस्त दिनचर्या, तनाव को तो बिल्कुल खत्म नहीं कर सकते लेकिन अपनी त्वचा की सही तरीके से देखभाल करके उम्र के निशान कम ज़रूर कर सकते हैं। जवां त्वचा का ऐसा ही एक साथी है : रेटिनॉल (Retinol), तो आइये जानते हैं इसके बारे में

In today’s world where everyone is very particular about their appearance, retinol is one of those must-include ingredients in your anti-aging arsenal that can truly turn back the clock. HEALTH looks at the facts behind retinol.
Q. What is retinol?

Retinol creams are derivatives of vitamin A which is the only vitamin been proven to have therapeutic effects on the skin. The use of retinol use of retinol be done under the direction of a specialized physician.
Q. Why is it used?
Retinol creams are among the most effective methods
of skin rejuvenation. Although its initial use was described for acne eruptions, it was found that retinol creams when used for a duration of three months, has a profound effect on making the skin look healthier and younger.
Q. When to use retinol?
Retinol is ideal for anyone above age 30 to improve the appearance of wrinkles and pigmentation. However, as visible signs of aging and sun damage start to surface, incorporating retinol earlier helps strengthen the skin at a deeper level.
Q. What does it do?
It works by increasing and regenerating collagen and the deeper layers of the skin as well as increasing the number of elastin fibers. It also helps to reduce blemishes and impurities and provides a thicker, younger, and more radiant appearance to our skin.
Q. What to expect?
It is very normal to experience redness, itchiness, and some skin irritation during the first few days or weeks of the therapy. During that period, it is extremely essential to avoid direct exposure to the sun and to always use
a sunblock when heading outdoors. It
is also very important to keep the skin moisturized to avoid excessive dryness.

रेटिनॉल का इस्तेमाल करते समय इन बातों का ध्यान रखें 

  • रेटिनॉल त्वचा पर काफी असरदार होता है लेकिन कई बार यह त्वचा को संवेदनशील, लालिमा युक्त और रूखा भी बना सकता है इसलिए रेटिनॉल युक्त क्रीम को चेहरे पर लगाने से पहले अच्छे मोइश्चराइजर (Moisturiser) का इस्तेमाल करें।
  • शुरुआत में रोजाना रेटिनॉल युक्त प्रॉडक्ट का इस्तेमाल न करें। सप्ताह में दो बार से शुरू करें और जब त्वचा आदी हो जाए तब इसकी मात्रा को बढ़ाएँ।
  • रेटिनॉल त्वचा को सूर्य की किरणों के प्रति संवेदनशील बनाता है इसलिए इसका इस्तेमाल रात के समय करें।
  • दिन में घर से बाहर जाने से पहले कम से कम SPF 30 युक्त सनस्क्रीन(Sunscreen) का इस्तेमाल ज़रूर करें।
  •              
     तो यदि आप भी रूखी, बेजान त्वचा और बढ़ती उम्र के कारण पड़ने वाली झुर्रियों की समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो रेटिनॉल युक्त प्रोडक्ट्स को अपना साथी बनाएँ।

Supplements For Gorgeous Hair


Long, strong and shiny hair is almost everyone’s dream yet not everyone is able to fulfill it. Of course, it’s important to keep your scalp healthy, but it’s also critical to pay attention to your diet. You can have dry, frizzy, smooth or silky hair - all these are signs of your inside health. Each strand is made up of cells that contain a tough protein called keratin and they need to be constantly nourished with minerals and vitamins to make your hair long and strong. So, what is the best food for hair that will help it to grow faster?

स्वस्थ बालों के लिए टिप्स (Tips for Healthy Hair)

  • बालों की तेल से मालिश करें इसके लिए नारियल तेल, बादाम तेल, अरंडी का तेल, जैतून का तेल या भृंगराज तेल इत्यादि का प्रयोग करें।
  • बालों को हर्ब्स से धोएं, जैसे- मेंहदी, नीम और ग्रीन टी।
  • बालों की जड़ (Scalp) की मसाज रोजाना पांच मिनट तक करें। इससे हेयर फॉलिकल में ब्लड सर्कुलेशन बढ़ेगा और बालों की जड़ मजबूत होगी
  • बालों की जड़ों को पोषण देने के लिए अच्छी डाइट लें। अपनी डाइट में ऐसे फूड को शामिल करें जिसमें विटामिन ए, बी, सी, ई के साथ-साथ आइरन, जिंक, मैग्नेशियम और सेलेनियम जैसे तत्वों की अच्छी मात्रा मौजूद हो। 
  • बालों में अंडे का मास्क लगाएं। अंडे में प्रोटीन के साथ वो सारे जरुरी तत्व जैसे- आइरन, सल्फर, फॉस्फोरस, जिंक और सेलेनियम पाए जाते हैं जिससे बालों को पोषण मिलता है। 
  • बालों को शैंपू से धोएं, मगर रोजाना नहीं। क्योंकि बालों को ज्यादा धोने से उनके ड्राई होने का खतरा रहता है। बाल धोने के लिए अच्छी क्वालिटी का शैंपू इस्तेमाल करें। हर्बल शैंपू हो तो बेहतर है। 
  • वैसे शैंपू का इस्तेमाल करें जिसमें सल्फेट नहीं हो। सल्फेट एक केमिकल है जो सिर्फ ज्यादा झाग करता है। यह बालों को नुकसान पहुंचाता है। 
  • शैंपू हमेशा वो इस्तेमाल करें जो आपके बालों के टेक्सचर के अनुकूल हो। 
  • कर्ली हेयर वालों को सॉफ्ट शैंपू से बाल धोना चाहिए 
  • स्ट्रेट और ऑयली हेयर वाले को हमेशा रेगुलर यानि जेंटल शैंपू का इस्तेमाल करना चाहिए। ड्राई हेयर वालों को ऐसे शैंपू से बाल धोना चाहिए जिसमें ग्लिसरीन हो। 
  • हफ्ते में एक दिन बालों की डीप कंडीशनिंग करनी चाहिए। इससे बाल नर्म और मुलायम होते हैं। 
  • कभी भी भीगे बालों के साथ नहीं सोना चाहिए। सोने से पहले बालों को पूरी तरह सुखा लें। बालों का ज्यादा गीला रहना बालों की जड़ को कमजोर करता है। 
  • बालों को कभी भी कड़े तौलिए से न सुखाएं या रगड़ें, इससे बालों के टूटने का खतरा रहता है। 
  • शैंपू, कंडीशनिंग या मास्क लगाने के बाद हमेशा बालों को ठंडे पानी से ही धोएं। बाल सुखाने के लिए ब्लोअर का अधिक इस्तेमाल नहीं करें।

Whether you have thinning hair, hair loss, or just dull, lackluster locks, give these supplements a try.
Vitamin B: The four types of B vitamins required for healthy hair are biotin, para amino benzoic acid, vitamin B6, and inositol.

Vitamin C: Is known to be important in the production of tyrosine in the body, which is needed to give strength to hair strands and nourish the cells of the hair follicles.
Vitamin E: This vitamin increases blood circulation, especially near the scalp. This is necessary for healthy hair follicles, as it provides them with enough oxygen.
Vitamin D: Some signs of vitamin D deficiency include a reduction in calcium absorption and hair loss. To reverse hair loss due to vitamin D deficiency, you need more exposure to sunlight, especially early in the morning. Alternatively, you can increase your intake of more fortified dairy products.
Essential fatty acids: Essential fatty acids, which can be found in flaxseed oil, salmon oil,
and primrose oil, will help to improve the texture of your hair and keep it from becoming brittle.


Wednesday, July 18, 2018

Skin Peels promote fresh, healthy skin by gently resurfacing


Skin peels - promote fresh, healthy skin by gently resurfacing the outer layers of the skin, removing built-up congestion and imperfections. Whether its pigmentation, acne or breakouts, lines and wrinkles, dehydration, enlarged pores, or specific skin complaints like Melasma we have a chemical peel that can help with your concern.
सन डैमेज या एजिंग के कारण हुई त्वचा समस्याएं जैसे फाइन लाइन्स और रिंकल्स, एक्सीडेंट के कारण बने दाग या एक्ने के दाग, असमान पिगमेंटेशन आदि को कैमिकल पील्स की सहायता से ट्रीट किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में एक कैमिकल एप्‍लीकेशन का प्रयोग त्वचा पर किया जाता है जो मृत त्वचा की ऊपरी परत को हटाता है और क्रमिक रूप से पील कर देता है। 

त्वचा का रिजेनरेशन होता है और नयी बनने वाली त्वचा अधिक मुलायम और साफ होती है और पुरानी त्वचा के मुकाबले इसमें रिंकल्स काफी कम होते हैं। कैमिकल पील्स को एक बेहतर प्रक्रिया माना जाता है क्योंकि यह धूप में ओवरएक्सपोजर, पिगमेंटेशन, एक्ने और दाग आदि होने से डैमेज हुई त्वचा को ठीक करता है।कैमिकल फेशियल में टॉक्‍सिक कैमिकल मिश्रण को नियंत्रित तरीके से त्‍वचा में डाल कर कोशिकाओं को ठीक किया जाता है।

इससे चेहरे के निशान और घाव आदि ठीक हो जाते हैं। यह तीन प्रकार सुपरफेशियल, मध्यम और डीप होते है। सुपरफेशियल में अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड्स औऱ ग्लाइकोलिक एसिड और लैक्टिक एसिड शामिल होता है। मध्यम में टीसीए या ट्राईक्लोरोएसिटिक एसिड होता है। डीप में फिनॉल या कार्बोलिक एसिड का प्रयोग किया जाता है। डीप केमिकल पील फेशियल को त्वचा विशेषज्ञ से ही कराना चाहिए। 

ये प्रकार की सर्जरी होती है। इसमें आपको बेहोश या सुनन् किया जाता है। आपकी त्वचा की जरूरत के हिसाब से एक केमिकल सॉल्यूशन लगाया जाता है। ये आपकी त्वचा को खूसबरत बनाने के साथ ही एक्स्फोलिएट भी करता है। केमिकल फेशियल पील में कुछ साइडइफेक्ट्स भी होते है। इसलिए हमेशा त्वचा पर थोडा सा लगा कर जांच कर ले, इसके बाद ही इसका इस्तमाल करे।

There are various types of chemical peels available, each penetrate skin at different levels of the epidermis. Resurfacers or superficial peels work on the very top layers of the epidermis and use enzymes and acids to refine and exfoliate. Skin peels or medium peels are stronger and work deeper to combat more specific skin complaints.
Removing the outer layers of dead skin with a chemical preparation, allows new skin cells to come through revealing a dramatically smoother and brighter complexion with fewer imperfections. Naturally derived acids loosen the glue-like attachments or cellular cement that is characteristic of many skin conditions such as ageing, acne, skin discolouration and coarse texture.
Our Mesopeel skin peels allow for varying combinations and strengths so we can tailor an individual treatment programme to get the very best results.

Skin peel treatments can improve the appearance of-

  • Enlarged pores
  • Lines and wrinkles
  • Sun damage and pigmentation
  • Uneven skin tone
  • Spots and breakouts
  • Inflammation and acne
  • Mild scars
  • Dehydrated and dry skin
  • Rosacea

Our Skin Peel Menu

Healthy Skin / Ageing / Dull Tired Skin

•Glycolic Peel - 35% and 70% strengths available.
•Lactic Peel - 30% and 40% strengths available. Suitable for sensitive skin.
•Mandelic Peel - 30% and 40% strengths available. Less irritating than other peels.

Acne / Problematic skin

•Salicylic Peel
•Azelan Acne Peel
Pigment issues, sun damage, uneven skin tone
•Melanostop Peel

MEDIUM DEPTH PEELS - For ageing skin, scarring or photo-damaged skin
•Modified Jessner

•TCA - (Trichloroacetic Acid)

Tuesday, July 17, 2018

Simple Habits To Help Boost Your Self - Confidence



Self Confidence - The concept of self-confidence is commonly used as self-assurance in one's personal judgment, ability, power, etc. One increases self-confidence from experiences of having mastered particular activities.


Self Confidence (आत्म विश्वास कैसे बढ़ाएं)

आत्म-विश्वास का मतलब है – अपने ऊपर विश्वास करना l आत्म-विश्वास हमारी सफलता की कुंजी है, हमारे जीवन की सबसे पहली सीढ़ी है l आज के समय में अगर हमें कुछ पाना है, किसी भी क्षेत्र में कुछ कर के दिखाना है, जीवन खुशी से जीना है, तो इन सबके लिए आत्म-विश्वास का होना बहुत ज़रुरी है l आत्म-विश्वास से हमें ऐसी शक्ति मिलती है जिससे हम कुछ भी बहुत आसानी से कर सकते हैं l आत्म-विश्वास से हमारी संकल्प शक्ति को बल मिलता है l हमारी संकल्प-शक्ति से हमारी आत्मिक-शक्ति बढ़ती है और आत्मिक शक्ति से हमारे सभी कार्य संभव होते हैं l

Five affirmations (mantras) about self-confidence

Repeat these affirmations looking at yourself in the mirror standing in the winning position (on your feets, straight position, hands up in the air like if you have just won at a race, legs a little spread apart from each other)
  • I am confident. I love being confident. I am independent of the good or bad opinion of others.
  • I am the greatest. (Muhammad Ali self-affirmation)
  • I am the captain of my ship and the master of my faith.
  • The Universe has my back. I expect boldly the reality that makes me happy.
  • I believe in myself 100%. I believe 100% in my ability to succeed.  


निन्दक नेरे राखियेआंगन कुटी छवाय, 
बिन पानी साबुन बिनानिरमल करै सुभाय
अगर आपको कोई genuine बुराई कर रहा है तो इसका मतलब है कि वो आपके लिए रास्ता साफ़ कर रहा है I आपकी प्रॉब्लम बता रहा है उसको overcome कीजिये और go ahead .!! और अगर आपकी in-genuine बुराई कर रहा है यानि सिर्फ इर्ष्या-पूर्वक ऐसा कह रहा है I बहुत बार ऐसा होता है कि वो इर्ष्या वश ऐसा बोलता है तो उसके लिए अपने मन को तैयार करना है I एक बड़ी सुन्दर कहावत है कि “मरे हुए कुत्ते को कोई लात थोड़ी मारता है” | यानि कि किसी कमजोर आदमी की कोई बुराई नहीं करता | वो बेचारा वैसे ही कमजोर है उसकी क्या बुराई करनी | आपकी बुराई जब भी होती है तो वो ये prove करती है कि आपके अन्दर दम है | वो बन्दा आपको competitor मान रहा है और ये मानता है कि आप उससे आगे निकल सकते हो | इसलिए वो आपकी बुराई कर रहा है इसका मतलब indirectly आपकी तारीफ़ ही की जा रही है कि वो आपको competitor मान रहा है | आप एक strong competitor हो | इसका मतलब सीधा सीधा है कि आपके अन्दर वो ताकत है कि आप कर के दिखा सकते हो | you have that powerAgain they should make more and more positive.  आपकी बुराई को positivity में बदलना है |


दोस्तों जीवन का कोई struggle ऐसा नहीं है जिसको आप पार नहीं कर सकते | असफलता अगर मिलती भी है तो कोई बड़ी बात नहीं है | असफलता केवल ये बता रही है कि हमने struggle पूरा नहीं किया | छोटी मोटी असफलताओ को ignore करते हुए just look at the final aim, make success in your life you can definitely achieve it.
असफलता एक चुनौती है स्वीकार करो, क्या कमी रह गयी देखो और सुधार करो” | जब तक न सफल हो नींद चैन को त्यागो तुम, संगर्ष का मैदान मत भागो तुम | बिना कुछ किये जय-जयकार नहीं होती, हिम्मत करने वालों की हार नहीं होती |



दोस्तों सचमुच हिम्मत करके दिखानी है और सफलता हासिल करनी है | “आंधियो को जिद्द है जहाँ बिजलियाँ गिराने की हमको भी ज़िद्द है वही आशिया बनाने की” | संगर्ष ही जीवन है, लगातार संगर्ष करते रहने से ही चेहरे पर मुस्कराहट आती है | बिना hard-work के कोई सफलता नहीं मिलती है | so believe in yourself, again & again remind yourself that you are the one capable of doing it. 

सचमुच अगर हम अपने वेदवाक्यों में जाएँ तो अहम ब्रह्म अस्ति जैसे वेद वाक्य सुनने में आतें है | जिसमे हम ये कहते है कि मैं ब्रहम हूँ | I am the one who has created this entire thing. दोस्तों यकीं मानिये अपने अन्दर की power जगाने के लिए ये बहुत जरुरी है| इसका मतलब ये है कि मेरे अन्दर पूरी ताकत है बस मुझे उसका पूरा इस्तमाल करना है |कई बार हम भी अपने आप को भूल जाते है हमे अपनी सफलता या powers को याद दिला दें तो हम भी फिर से सफलता के मार्ग पर चला सकते है |

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